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सरकारी विभागों के मजदूरों के लिए श्रम कानून (Labour Law for Outsourcing Workers)

 

श्रम विधान के सिद्धांत एवं प्रकार (Principles, Types, and Provisions of Labour Legislation)

  You Tube Video of Class  Book on Labour Law in Hindi and English अंग्रेजी में- " Labour Laws & Industrial Relation " हिंदी में- " श्रम विधान एवं समाज कल्याण ”

फटाफट रिविजन कैप्सूल (श्रम एवं समाज कल्याण)

विशेष जानकारी के लिए हमारे पुस्तक को पढ़े.......  अंग्रेजी में- " Labour Laws & Industrial Relation " हिंदी में- " श्रम विधान एवं समाज कल्याण ”

श्रम कानूनों में प्रचलित महत्वपूर्ण शब्दावली सरल शब्दों में

(इस शब्द-कोष की परिभाषाएँ सहज शब्दों में छात्रों के समझने के उद्येश्य से लिखी गयी है । कृपया शाब्दिक परिभाषा जानने के लिए मूल अधिनियम में उल्लेखित शब्दों को संदर्भित किया जाए ।)   1.    श्रम ( Labour) - श्रम वह मानसिक या शारीरिक प्रयत्न है जो अंशतः या पुर्णतः कार्य से प्राप्त होनेवाले सुख के अतिरिक्त, अन्य किसी आर्थिक उद्येश्य से किया जाता है । अर्थशास्त्र में श्रम के लिए मानवीय प्रयत्न, मानसिक एवं शारीरिक श्रम, आर्थिक लाभ तथा भौतिक या अभौतिक पदार्थों का निर्माण होना आवश्यक है । 2.   श्रम अर्थशास्त्र (Labour Economics) - श्रम अर्थशास्त्र वह विषय है जिसमे विभिन्न श्रम समस्याओं का सैद्धांतिक और व्यवहारिक रूपों में अध्ययन किया जाता है । 3.    सामाजिक विधान (Social Legislation) - वैसे विधान जिनका उद्येश समाज के उन समूहों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में सुधार लाना है , जो समाज में कमजोर स्थिति में है तथा जिन्हें उम्र , लिंग , शारीरिक दशाओं , मानसिक बाधाओं एवं आर्थिक या सामाजिक  कारणों के कारण स्वयं मानवोचित ढंग से जीवन-यापन करने में असमर्थ ह...