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Showing posts with the label Labour Policy in India

चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा फैक्ट्री चलाने पर बोनस की प्रयोज्यता

  The Management of WORTH Trust v. WORTH Trust Workers Union  वर्थ ट्रस्ट का प्रबंधन बनाम वर्थ ट्रस्ट वर्कर्स यूनियन  (सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय - 2025) 1. तथ्यात्मक पृष्ठभूमि (Factual Matrix) “वर्थ ट्रस्ट” (WORTH Trust) की स्थापना 1969 में स्वीडिश रेड क्रॉस पुनर्वास ट्रस्ट (Swedish Red Cross Rehabilitation Trust) के रूप में हुई थी। यह एक पूर्णतः परोपकारी कार्य (purely charitable work) करने वाला संगठन था, जो कोढ़ से मुक्त एवं निःशक्त व्यक्तियों (leprosy-cured and differently abled persons) के पुनर्वास हेतु कार्य करता था। 1985 से, इस ट्रस्ट ने कारखाना अधिनियम (Factories Act) के अंतर्गत ऑटो पार्ट्स का व्यावसायिक निर्माण (commercial manufacturing of auto parts) प्रारंभ किया, जिससे इसे "अतिरिक्त लाभ" (surplus profits) प्राप्त होने लगे। इसके कारखानों के प्रमुख कर्मचारी (major workforce) पुनर्वासित विकलांग (rehabilitated disabled) व्यक्ति थे, जिन्होंने "वर्थ ट्रस्ट वर्कर्स यूनियन" (WORTH Trust Workers Union) बनाई और वर्ष 1996–97 के लिए वैधानिक बोनस/अनुग्रह राशि ...

भारत में श्रम नीति

हालाँकि भारत सरकार द्वारा श्रम नीति की कोई निश्चित परिभाषा नहीं दी गयी है, परंतु मोटे तौर पर यह कहा जा सकता है कि श्रम नीति से उन नियमों उपायों का बोध होता है जिन्हें उद्योगों में श्रमिक, नियोजक और राष्ट्र के आर्थिक प्रगति को ध्यान में रखते हुए लागू किया जाता है। श्रम नीति का प्रमुख उद्देश्य होता है कि ऐसे औद्योगिक वातावरण का निर्माण किया जाए जिससे श्रमिकों और नियोजकों के बीच पारस्परिक सहयोग की भावना बनी रहे। प्रोफेसर ए०के० जैन के अनुसार “श्रम नीति वह नीति है, जिसके द्वारा सरकार औद्योगिक संबंध, काम की स्थिति, प्रशिक्षण, शोध एवं अन्य महत्वपूर्ण समस्याओं के संबंध में अपने अभिप्राय व्यक्त करती है कि उसे नियोजकों तथा श्रमिकों के लिए क्या करना चाहिए”। एक विकासशील देश में तीव्र गति से आर्थिक विकास लाने के लिए समुचित व दृढ़ श्रम नीति का होना आवश्यक है। विकास की प्रारंभिक अवस्था में मूल्यों में वृद्धि, अधिक बेरोजगारी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अतः श्रम नीति का आयोजन इस प्रकार होना चाहिए कि इन समस्याओं को नियंत्रित किया जा सके। इस टॉपिक में हम भारत में श्रम नीति के संबंध में चर्चा कर...